How to Preparation of UPSC (UPSC की तैयारी कैसे करें )

UPSC Prepration

UPSC (Union Public Service Commission) की तैयारी करना एक महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण काम होता है, लेकिन सही योजना और समर्पण के साथ, आप इसे सफलतापूर्वक पूरा कर सकते हैं। यहां मैं आपको UPSC की तैयारी के लिए एक जीरो से शुरुआत करने के लिए पूरी जानकारी प्रदान कर रहा हूँ

क्योंकि किसी भी एग्जाम की तैयारी अगर सही स्ट्रैटेजी और टाइम मैनेजमेंट से की जाए तो उसे क्लियर करने में आसानी होती है। UPSC द्वारा कंडक्ट होने वाली प्री और मेंस परीक्षाओं को पास करने के बाद ही आईएएस अधिकारी की पोस्टिंग होती है, इसलिए इस ब्लाॅग में हम UPSC की तैयारी कैसे करें?

IAS ExamUPSC
Exam Modeऑफलाइन
How Manyसाल में एक बार एग्जाम होता है।
Age Limit(21 से 32 साल) अलग-अलग निर्धारित है।
Eligibilityकिसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन।
Exam Patternप्रीलिम्स (MCQs), मेन्स (डिस्क्रिप्टिव पेपर)
Prelims Examरविवार- 28th May 2023
Mains Exam15 सितंबर 2023 से।
Official Websiteupsc.gov.in

UPSC क्या है?

UPSC का पूरा नाम Union Public Service Commission (संघ लोक सेवा आयोग) है। आजादी के तत्पश्चात 26 अक्टूबर 1950 ईस्वी को लोक सेवा आयोग के नाम में संशोधन कर संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) रखा गया। इस संशोधन का संबंध संविधान के Article 315 से है। संघ लोक सेवा आयोग का भी कार्य ग्रेड A तथा B के अधिकारियों का चयन करना है। UPSC केंद्र और राज्य के स्तर पर कुल 24 सेवाओं की परीक्षा आयोजित करती है जिसमें IAS सबसे प्रमुख है। इसे भारत की सर्वोच्च परीक्षा की दर्जा दी गई है।

UPSC (यूपीएससी) की तैयारी कैसे करें?

यूपीएससी की तैयारी में सबसे महत्वपूर्ण सिलेबस है। बेसिक क्लियर होने के बाद ही अभ्यार्थी सही रणनीति बना सकते हैं। यूपीएससी प्रीलिम्स और मेन्स एग्जाम की तैयारी में फर्क होता है, क्योंकि प्रीलिम्स में 2 पेपर होते हैं और मेंस में 9 पेपर होते हैं। हर पेपर में कई सब्जेक्ट्स पढ़ने होते हैं और फिर उन सब्जेक्ट्स के हिसाब से तैयारी करनी होती है। यूपीएससी की तैयारी कैसे करें के बारे में हम यहां विस्तार से जानेंगे।

UPSC पाठ्यक्रम अवलोकन:

चरणवार यूपीएससी परीक्षा पाठ्यक्रम

विवरण

प्रारंभिक परीक्षा के लिए यूपीएससी पाठ्यक्रम

पेपर 1: यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा सामान्य अध्ययन पाठ्यक्रम

पेपर 2: यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा सीसैट पाठ्यक्रम

मुख्य परीक्षा के लिए यूपीएससी पाठ्यक्रम

आईएएस की मुख्य परीक्षा में 9 पेपर होते हैं।

अहर्क प्रश्न पत्र (क्वालीफाइंग पेपर)

प्रश्न पत्र 1 – संविधान की आठवीं अनुसूची में सम्मिलित भाषाओं में से एक,

प्रश्न पत्र 2 – अंग्रेजी भाषा

वरीयता क्रम के लिए जिन प्रश्न पत्रों को आधार बनाया जाएगा-

प्रश्न पत्र 3 – निबंध

प्रश्न पत्र 4 – सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र -1

प्रश्न पत्र 5 – सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र -2

प्रश्न पत्र 6 – सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र -3

प्रश्न पत्र 7 – सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र -4

प्रश्न पत्र 8 – वैकल्पिक विषय प्रश्न पत्र -1

प्रश्न पत्र 9 – वैकल्पिक विषय प्रश्न पत्र -2


कोचिंग के बिना यूपीएससी की तैयारी कैसे करें?

हमारे देश में आईएएस परीक्षा काफी महत्वपूर्ण परीक्षा मानी जाती है, इसके लिए अक्सर छात्र कोचिंग करना पसंद करते है। कोचिंग करने से उनको लगता है कि वे आसानी से इस परीक्षा को पास कर लेंगे, लेकिन बिना कोचिंग के सफलता पाने के लिए ये टिप्स जरूर अपनाने चाहिए

सिलेबस की परख: पहले चरण में, UPSC परीक्षा के सिलेबस को ध्यान से पढ़ें और समझें। सिलेबस आपको यह बताएगा कि किन विषयों पर ध्यान केंद्रित करना होगा।

अच्छी तैयारी की योजना बनाएं: सिलेबस के आधार पर, एक अच्छी और संयोजित तैयारी की योजना बनाएं। यह योजना आपको विभिन्न विषयों को समय समय पर कवर करने में मदद करेगी।

ठीक से पढ़ाई करें: अच्छे study materials और रेफरेंस पुस्तकों का उपयोग करके आपको सभी विषयों को अच्छे से समझना होगा। विषयों को छोटे टुकड़ों में विभाजित करें और एक-एक करके पढ़े।

नोट्स बनाएं: पढ़ाई के दौरान नोट्स बनाना महत्वपूर्ण है। खुद के नोट्स बनाने से आपकी याददाश्त मजबूत होगी और पुनरावलोकन करने में मदद मिलेगी।

दिन की योजना तैयार करें: रोज़ की योजना बनाने से आपका समय प्रबंधन बेहतर होगा। समय को विभिन्न विषयों के लिए विभाजित करें और योजना के अनुसार काम करें।

प्रैक्टिस करें: UPSC परीक्षा में प्रैक्टिस करना महत्वपूर्ण है। पिछले सालों के प्रश्न पत्रिकाओं को हल करें और मॉक टेस्ट दें।

समर्पण और संघर्षशीलता: UPSC की तैयारी एक लम्बी प्रक्रिया है और संघर्षशीलता की आवश्यकता हो सकती है। समर्पण और मेहनत के साथ आपको सफलता मिलेगी।

स्वास्थ्य का ध्यान रखें: अच्छे स्वास्थ्य के बिना, आपकी पढ़ाई पर असर पड़ सकता है। नियमित व्यायाम, सही आहार और पर्याप्त आराम के लिए समय निकालें।

सकारात्मक सोच बनाएं: अपने लक्ष्य की ओर यात्रा करते समय सकारात्मक और संवादिक सोच बनाए रखना महत्वपूर्ण है।

अपने प्रतियोगिता के साथ तुलना न करें: आपकी तैयारी आपके व्यक्तिगत स्तर पर होनी चाहिए, और दूसरों की तुलना में अपना मन नहीं खोना चाहिए।

मार्गदर्शन के लिए प्रेरणास्त्रोतों का उपयोग करें: तैयारी के दौरान, आप मार्गदर्शन के लिए सफल उम्मीदवारों की किताबें, वेबसाइट्स, ब्लॉग आदि का उपयोग कर सकते हैं।

स्वाधीनता और संयम: तैयारी के दौरान आत्म-नियंत्रण और संयम बनाए रखना महत्वपूर्ण है।

ध्यान दें कि UPSC की तैयारी एक दृढ़ संकल्प, मेहनत, और समर्पण की आवश्यकता है। इसके लिए समय, अनुशासन और सहायता के साथ, आप निश्चित रूप से अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।

UPSC Syllabus:

यूपीएससी परीक्षा पाठ्यक्रम का पीडीएफ अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं में उपलब्ध है। यूपीएससी परीक्षा पाठ्यक्रम डाउनलोड करने के लिए डायरेक्ट लिंक नीचे दिया गया है। आपसे यह अनुशंसा की जाती है कि आप यूपीएससी पाठ्यक्रम का पीडीएफ डाउनलोड करें और यह सुनिश्चित करें कि आप इसके साथ अच्छी तरह से अवगत हैं।

Prelims Exam (प्रारंभिक परीक्षा):

प्रारंभिक परीक्षा के लिए यूपीएससी पाठ्यक्रम में सामान्य अध्ययन पेपर- 1 (सामान्य अध्ययन) और सामान्य अध्ययन पेपर- 2 (सीसैट) शामिल हैं। प्रारंभिक परीक्षा एक निरसन प्रक्रिया है। प्रारंभिक परीक्षा का चरण एक योग्यता चरण है इसलिए उम्मीदवारों को एक विस्तृत तरीके से यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के पाठ्यक्रम का अध्ययन करना चाहिए।

यूपीएससी (UPSC)  प्रारंभिक परीक्षा के लिए IAS पाठ्यक्रम – पेपर पैटर्न

दो पेपर

सामान्य अध्ययन पेपर 1 (सामान्य अध्ययन)

सामान्य अध्ययन पेपर 2 (सीसैट)

कुल प्रश्न

सामान्य अध्ययन – 100

सीसैट – 80

कुल अंक

सामान्य अध्ययन – 200 अंक

सीसैट – 200 अंक

नकारात्मक अंकन

1/3 प्रत्येक गलत उत्तर के लिए, प्रश्न को सौंपे गए कुल अंकों में से 1/3 काट लिया जाएगा।

आवंटित समय

प्रत्येक पेपर में दो घंटे

सामान्य अध्ययन पेपर 1 – 2 घंटे (9:30 AM-11:30 AM)

सीसैट – 2 घंटे (2:30 PM – 4:30 PM)

UPSC प्रारंभिक परीक्षा पेपर - 1:

यूपीएससी द्वारा आधिकारिक आईएएस पाठ्यक्रम 2023 में निम्नलिखित विषयों को सूचीबद्ध किया गया है।

  1. राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की सामयिक घटनाएँ
  2. भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन
  3. भारत एवं विश्व का भूगोल : भारत एवं विश्व का प्राकृतिक, सामाजिक, आर्थिक भूगोल
  4. भारतीय राज्यतंत्र और शासन- संविधान, राजनीतिक प्रणाली, पंचायती राज, लोकनीति, अधिकारों संबंधी मुद्दे इत्यादि
  5. आर्थिक और सामाजिक विकास- सतत् विकास, गरीबी, समावेशन, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र में की गई पहल आदि
  6. पर्यावरणीय पारिस्थितिकी, जैव-विविधता और जलवायु परिवर्तन संबंधी सामान्य मुद्दे, जिनके लिये विषयगत विशेषज्ञता आवश्यक नहीं है
  7. सामान्य विज्ञान

UPSC प्रारंभिक परीक्षा सामान्य अध्ययन पेपर - 2 (सीसैट):

आईएएस प्रारंभिक परीक्षा का सीसैट पेपर एक योग्यता परीक्षा है। सीसैट के अंक मुख्य परीक्षा के लिए अंतिम चयन के लिए नहीं गिने जाते हैं। आधिकारिक UPSC Syllabus in Hindi 2023 के अनुसार, परीक्षा के लिए कवर किए जाने वाले विषय निम्नलिखित हैं।

  1. बोधगम्यता
  2. संचार कौशल सहित अंतर-वैयक्तिक कौशल
  3. तार्किक कौशल एवं विश्लेषणात्मक क्षमता
  4. निर्णय लेना और समस्या समाधान
  5. सामान्य मानसिक योग्यता
  6. आधारभूत संख्ययन (संख्याएँ और उनके संबंध, विस्तार-क्रम आदि) (दसवीं कक्षा का स्तर); आँकड़ों का निर्वचन (चार्ट, ग्राफ, तालिका, आँकड़ों की पर्याप्तता आदि- दसवीं कक्षा का स्तर)

Mains Exam (मुख्य परीक्षा): 

मुख्य परीक्षा के लिए यूपीएससी सीएसई पाठ्यक्रम में निबंध, सामान्य अध्ययन और सभी वैकल्पिक विषयों सहित सभी पेपरों के लिए पाठ्यक्रम शामिल हैं। यह एक सर्वविदित तथ्य है कि यूपीएससी का पाठ्यक्रम विशाल है और याद रखना मुश्किल है। आईएएस परीक्षा पाठ्यक्रम को समझने का सबसे अच्छा तरीका इसे सुनियोजित तरीके से विभाजित करना है।

परीक्षा विशेषज्ञों ने एक सारणीबद्ध प्रारूप में सभी पेपर के लिए नीचे दिए गए पाठ्यक्रम को विभाजित किया है।

परीक्षा

विषय

आईएएस पाठ्यक्रम अवलोकन – मुख्य परीक्षा

क्वालीफाइंग पेपर: पेपर ए

संविधान की आठवीं अनुसूची में सूचीबद्ध भारतीय भाषाओं में से एक भाषा को उम्मीदवार द्वारा चुना जा सकता हैं।

कॉम्प्रिहेंशन, संक्षेपण, शब्द प्रयोग और शब्द भंडार और लघु निबंध शामिल हैं।

क्वालीफाइंग पेपर: पेपर बी

अंग्रेजी

अंग्रेजी के लिए यूपीएससी सीएसई पाठ्यक्रम में निम्नलिखित अनुभाग शामिल हैं – कॉम्प्रिहेंशन, संक्षेपण, लघु निबंध, शब्द प्रयोग और शब्द भंडार ,

अंग्रेजी से भारतीय भाषा तथा भारतीय भाषा से अंग्रेजी में अनुवाद ।

पेपर 1

निबंध

उम्मीदवार की पसंद के माध्यम में लिखा जा सकता है ।

पेपर 2

सामान्य अध्ययन 1

सामान्य अध्ययन पेपर 1 के लिए यूपीएससी परीक्षा पाठ्यक्रम में निम्नलिखित विषय शामिल हैं – कला और संस्कृति, इतिहास, भूगोल और समाज ।

पेपर 3

सामान्य अध्ययन 2

सामान्य अध्ययन पेपर 2 के लिए यूपीएससी परीक्षा पाठ्यक्रम में निम्नलिखित विषय शामिल हैं – शासन, संविधान, राजनीति, सामाजिक न्याय और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों ।

पेपर 4

सामान्य अध्ययन 3

सामान्य अध्ययन पेपर 3 के लिए आईएएस पाठ्यक्रम में निम्नलिखित विषय शामिल हैं – प्रौद्योगिकी, अर्थशास्त्र, पर्यावरण, जैव विविधता, आंतरिक सुरक्षा और आपदा प्रबंधन।

पेपर 5

सामान्य अध्ययन 4

सामान्य अध्ययन पेपर 4 के लिए आईएएस पाठ्यक्रम में निम्नलिखित विषय शामिल हैं -नीतिशास्त्र , सत्यनिष्ठा और अभिवृत्ति ।

पेपर 6

वैकल्पिक विषय – पेपर 1

सभी वैकल्पिक विषयों के लिए विस्तृत आईएएस परीक्षा पाठ्यक्रम का उल्लेख अधिसूचना में किया गया है।

पेपर 7

वैकल्पिक विषय – पेपर 2

यूपीएससी सामान्य अध्ययन के पेपरों (1, 2, 3 और 4) का पाठ्यक्रम के अनुरूप, विषयों का विस्तार से नीचे उल्लेख किया गया है।

GS/सामान्य अध्ययन पेपर - 1:

सामान्य अध्ययन पेपर 1 के मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम में इतिहास, भूगोल, समाज और भारतीय संस्कृति आईएएस पाठ्यक्रम में शामिल है। नीचे सामान्य अध्ययन 1 के लिए विस्तृत यूपीएससी पाठ्यक्रम को देखें।

सामान्य अध्ययन पेपर 1 विषय

UPSC Syllabus in Hindi

यूपीएससी मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम- कला और संस्कृति

प्राचीन काल से आधुनिक समय तक कला रूपों, साहित्य और वास्तुकला के मुख्य पहलू।

यूपीएससी मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम-इतिहास

18वीं सदी के लगभग मध्य से लेकर वर्तमान समय तक का आधुनिक भारतीय इतिहास- महत्त्वपूर्ण घटनाएँ, व्यक्तित्व, विषय ।

स्वतंत्रता संग्राम- इसके विभिन्न चरण और देश के विभिन्न भागों से इसमें अपना योगदान देने वाले महत्त्वपूर्ण व्यक्ति/उनका योगदान।

स्वतंत्रता के पश्चात् देश के अंदर एकीकरण और पुनर्गठन।

विश्व के इतिहास में 18वीं सदी तथा बाद की घटनाएँ यथा औद्योगिक क्रांति,

विश्व युद्ध,

राष्ट्रीय सीमाओं का पुनःसीमांकन,

उपनिवेशवाद,

उपनिवेशवाद की समाप्ति,

राजनीतिक दर्शन जैसे साम्यवाद,

पूंजीवाद,

समाजवाद आदि शामिल होंगे, उनके रूप और समाज पर उनका प्रभाव।

यूपीएससी मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम-भारतीय समाज

भारतीय समाज की मुख्य विशेषताएँ, भारत की विविधता।

महिलाओं की भूमिका और महिला संगठन, जनसंख्या एवं संबद्ध मुद्दे, गरीबी और विकासात्मक विषय, शहरीकरण, उनकी समस्याएँ और उनके रक्षोपाय।

भारतीय समाज पर भूमंडलीकरण का प्रभाव।

सामाजिक सशक्तीकरण, संप्रदायवाद, क्षेत्रवाद और धर्मनिरपेक्षता।

यूपीएससी मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम-भूगोल

विश्व के भौतिक भूगोल की मुख्य विशेषताएँ।

विश्व भर के मुख्य प्राकृतिक संसाधनों का वितरण (दक्षिण एशिया और भारतीय उपमहाद्वीप को शामिल करते हुए), विश्व (भारत सहित) के विभिन्न भागों में प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्र के उद्योगों को स्थापित करने के लिये ज़िम्मेदार कारक।

भूकंपसुनामीज्वालामुखीय हलचल, चक्रवात आदि जैसी महत्त्वपूर्ण भू-भौतिकीय घटनाएँ,

भौगोलिक विशेषताएँ और उनके स्थान- अति महत्त्वपूर्ण भौगोलिक विशेषताओं (जल-स्रोत और हिमावरण सहित) और वनस्पति एवं प्राणिजगत में परिवर्तन और इस प्रकार के परिवर्तनों के प्रभाव।

GS/सामान्य अध्ययन पेपर - 2:

आईएएस पाठ्यक्रम के सामान्य अध्ययन पेपर 2 में राजनीति, सामाजिक न्याय ,शासन और अंतरराष्ट्रीय संबंध के विषय शामिल हैं । नीचे दिए गए विस्तृत पाठ्यक्रम की जाँच करें।

यूपीएससी मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम – राजनीति

  • भारतीय संविधान – ऐतिहासिक आधार, विकास, विशेषताएं, संशोधन, महत्वपूर्ण प्रावधान और बुनियादी संरचना।
  • संघ एवं राज्यों के कार्य तथा उत्तरदायित्व
  • संघीय ढाँचे से संबंधित विषय एवं चुनौतियाँ
  • स्थानीय स्तर पर शक्तियों और वित्त का हस्तांतरण और उसकी चुनौतियाँ।
  • विभिन्न घटकों के बीच शक्तियों का पृथक्करण, विवाद निवारण तंत्र तथा संस्थान।
  • भारतीय संवैधानिक योजना की अन्य देशों के साथ तुलना।
  • संसद और राज्य विधायिका- संरचना, कार्य, कार्य-संचालन, शक्तियाँ एवं विशेषाधिकार और इनसे उत्पन्न होने वाले विषय।
  • कार्यपालिका और न्यायपालिका की संरचना, संगठन और कार्य- सरकार के मंत्रालय एवं विभाग,
  • प्रभावक समूह और औपचारिक/अनौपचारिक संघ तथा शासन प्रणाली में उनकी भूमिका।
  • जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की मुख्य विशेषताएँ।
  • विभिन्न संवैधानिक पदों पर नियुक्ति और विभिन्न संवैधानिक निकायों की शक्तियाँ, कार्य और उत्तरदायित्व।
  • सांविधिक, विनियामक और विभिन्न अर्द्ध-न्यायिक निकाय।

यूपीएससी मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम – सामाजिक न्याय

  • सरकारी नीतियों और विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिये हस्तक्षेप और उनके अभिकल्पन तथा कार्यान्वयन के कारण उत्पन्न विषय।
  • विकास प्रक्रियाएं और विकास उद्योग गैर-सरकारी संगठनों, एसएचजी, विभिन्न समूहों और संघों, दाताओं, विशेषताओं, संस्थागत और अन्य हितधारकों की भूमिका
  • केन्द्र एवं राज्यों द्वारा जनसंख्या के अति संवेदनशील वर्गों के लिये कल्याणकारी योजनाएँ और इन योजनाओं का कार्य-निष्पादन;
  • इन अति संवेदनशील वर्गों की रक्षा एवं बेहतरी के लिये गठित तंत्र, विधि, संस्थान एवं निकाय।
  • स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव संसाधनों से संबंधित सामाजिक क्षेत्र/सेवाओं के विकास और प्रबंधन से संबंधित विषय।

यूपीएससी मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम – शासन व्यवस्था

  • शासन व्यवस्था, पारदर्शिता और जवाबदेही के महत्त्वपूर्ण पक्ष, ई-गवर्नेंस- अनुप्रयोग, मॉडल, सफलताएँ, सीमाएँ और संभावनाएँ;
  • नागरिक चार्टर, पारदर्शिता एवं जवाबदेही और संस्थागत तथा अन्य उपाय।
  • लोकतंत्र में सिविल सेवाओं की भूमिका।

यूपीएससी मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम – अंतर्राष्ट्रीय संबंध

  • भारत और उसके पड़ोसी-संबंध।
  • द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह और भारत से संबंधित और/अथवा भारत के हितों को प्रभावित करने वाले कारक।
  • भारत के हितों पर विकसित तथा विकासशील देशों की नीतियों तथा राजनीति का प्रभाव; प्रवासी भारतीय।
  • महत्त्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान, संस्थाएँ और मंच- उनकी संरचना, अधिदेश।

GS/सामान्य अध्ययन पेपर - 3:

सामान्य अध्ययन 3 के लिए यूपीएससी सीएसई पाठ्यक्रम में अर्थशास्त्र, विज्ञान और तकनीक और आंतरिक सुरक्षा शामिल हैं। नीचे उल्लिखित सामान्य अध्ययन पेपर 3 के लिए पाठ्यक्रम।

यूपीएससी मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम – अर्थव्यवस्था

  • भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास तथा रोज़गार से संबंधित विषय।
  • समावेशी विकास तथा इससे उत्पन्न विषय।
  • सरकारी बजट।
  • मुख्य फसलें- देश के विभिन्न भागों में फसलों का पैटर्न- सिंचाई के विभिन्न प्रकार एवं सिंचाई प्रणाली- कृषि उत्पाद का भंडारण, परिवहन तथा विपणन, संबंधित विषय और बाधाएँ; किसानों की सहायता के लिये ई-प्रौद्योगिकी।
  • प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कृषि सहायता तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य से संबंधित विषय; जन वितरण प्रणाली- उद्देश्य, कार्य, सीमाएँ, सुधार; बफर स्टॉक तथा खाद्य सुरक्षा संबंधी विषय; प्रौद्योगिकी मिशन; पशु पालन संबंधी अर्थशास्त्र।
  • भारत में खाद्य प्रसंस्करण एवं संबंधित उद्योग- कार्यक्षेत्र एवं महत्त्व, स्थान, ऊपरी और नीचे की अपेक्षाएँ, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन।
  • उदारीकरण का अर्थव्यवस्था पर प्रभाव, औद्योगिक नीति में परिवर्तन तथा औद्योगिक विकास पर इनका प्रभाव।
  • बुनियादी ढाँचाः ऊर्जा, बंदरगाह, सड़क, विमानपत्तन, रेलवे आदि।
  • निवेश मॉडल।

यूपीएससी मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम – विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

  • विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी – विकास एवं अनुप्रयोग और रोज़मर्रा के जीवन पर इसका प्रभाव।
  • विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में भारतीयों की उपलब्धियाँ; देशज रूप से प्रौद्योगिकी का विकास और नई प्रौद्योगिकी का विकास।
  • सूचना प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष, कंप्यूटर, रोबोटिक्स, नैनो-टैक्नोलॉजी, बायो-टैक्नोलॉजी और बौद्धिक संपदा अधिकारों से संबंधित विषयों के संबंध में जागरुकता।

यूपीएससी मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम – जैव विविधता और पर्यावरण

  • संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और क्षरण, पर्यावरण प्रभाव का आकलन।

यूपीएससी मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम – आपदा प्रबंधन

  • आपदा और आपदा प्रबंधन।

यूपीएससी मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम – आंतरिक सुरक्षा

  • विकास और फैलते उग्रवाद के बीच संबंध।
  • आंतरिक सुरक्षा के लिये चुनौती उत्पन्न करने वाले शासन विरोधी तत्त्वों की भूमिका।
  • संचार नेटवर्क के माध्यम से आंतरिक सुरक्षा को चुनौती, आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों में मीडिया और सामाजिक नेटवर्किंग साइटों की भूमिका, साइबर सुरक्षा की बुनियादी बातें, धन-शोधन और इसे रोकना।
  • सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा चुनौतियाँ एवं उनका प्रबंधन- संगठित अपराध और आतंकवाद के बीच संबंध।
  • विभिन्न सुरक्षा बल और संस्थाएँ तथा उनके अधिदेश।

GS/सामान्य अध्ययन पेपर - 4:

नीतिशास्त्र यूपीएससी पाठ्यक्रम में सामान्य अध्ययन पेपर 4 का भाग है। यह 2013 में आईएएस पाठ्यक्रम में नवीनतम विषय के रूप में सम्मिलित हुआ है जिसमें प्रशासनिक नौकरी के व्यावहारिक पहलुओं का न्याय करने के लिए विभिन्न मामले के अध्ययन भी शामिल हैं। नीतिशास्त्र यूपीएससी मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम को तीन खंडों में विभाजित किया गया है – नीतिशास्त्र , सत्यनिष्ठा और अभिवृत्ति।

यूपीएससी मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम के इस खंड में उम्मीदवारों के दृष्टिकोण और ईमानदारी, सार्वजनिक ईमानदारी जैसे विषयों के लिए दृष्टिकोण और उनके समस्या को सुलझाने के दृष्टिकोण का आकलन करने के लिए डिज़ाइन किए गए प्रश्नों को शामिल किया जाएगा, जो समाज के साथ बातचीत करने में चुनौतियों और संघर्षों की एक भिन्नता का सामना कर सकते हैं। इन विशेषताओं की पहचान करने के लिए, केस स्टडी तकनीक का उपयोग कर सकते हैं।

  • नीतिशास्त्र तथा मानवीय सह-संबंधः मानवीय क्रियाकलापों में नीतिशास्त्र का सार तत्त्व, इसके निर्धारक और परिणाम; नीतिशास्त्र के आयाम; निजी और सार्वजनिक संबंधों में नीतिशास्त्र,
  • मानवीय मूल्य- महान नेताओं, सुधारकों और प्रशासकों के जीवन तथा उनके उपदेशों से शिक्षा; मूल्य विकसित करने में परिवार, समाज और शैक्षणिक संस्थाओं की भूमिका।
  • अभिवृत्तिः सारांश (कंटेन्ट), संरचना, वृत्ति; विचार तथा आचरण के परिप्रेक्ष्य में इसका प्रभाव एवं संबंध; नैतिक और राजनीतिक अभिरुचि; सामाजिक प्रभाव और धारण।
  • सिविल सेवा के लिये अभिरुचि तथा बुनियादी मूल्य- सत्यनिष्ठा, भेदभाव रहित तथा गैर-तरफदारी, निष्पक्षता, सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण भाव, कमज़ोर वर्गों के प्रति सहानुभूति, सहिष्णुता तथा संवेदना।
  • भावनात्मक समझः अवधारणाएँ तथा प्रशासन और शासन व्यवस्था में उनके उपयोग और प्रयोग।
  • भारत तथा विश्व के नैतिक विचारकों तथा दार्शनिकों के योगदान।
  • लोक प्रशासन में लोक/सिविल सेवा मूल्य तथा नीतिशास्त्रः स्थिति तथा समस्याएँ; सरकारी तथा निजी संस्थानों में नैतिक चिंताएँ तथा दुविधाएँ; नैतिक मार्गदर्शन के स्रोतों के रूप में विधि, नियम, विनियम तथा अंतरात्मा; उत्तरदायित्व तथा नैतिक शासन, शासन व्यवस्था में नीतिपरक तथा नैतिक मूल्यों का सुदृढ़ीकरण; अंतर्राष्ट्रीय संबंधों तथा निधि व्यवस्था (फंडिंग) में नैतिक मुद्दे; कॉरपोरेट शासन व्यवस्था।
  • शासन व्यवस्था में ईमानदारीः लोक सेवा की अवधारणा; शासन व्यवस्था और ईमानदारी का दार्शनिक आधार, सरकार में सूचना का आदान-प्रदान और पारदर्शिता, सूचना का अधिकार, नीतिपरक आचार संहिता, आचरण संहिता, नागरिक घोषणा पत्र, कार्य संस्कृति, सेवा प्रदान करने की गुणवत्ता, लोक निधि का उपयोग, भ्रष्टाचार की चुनौतियाँ।
  • उपर्युक्त विषयों पर मामला संबंधी अध्ययन (केस स्टडीज़)।

UPSC/यूपीएससी के चरण:

  1. प्रीलिम्स
  2. मेन परीक्षा
  3. इंटरव्यू (साक्षात्कार)
  • प्रीलिम्स – यह परीक्षा प्रारंभिक परीक्षा है। इसमें 2 पेपर होते हैं। पेपर 1 और पेपर 2, सभी प्रश्नों मल्टीपल चॉइस टाइप के होते हैं।
    • पेपर 1 में राजनीति शास्त्र, जनरल साइंस अर्थ शास्त्र और जनरल स्टडीज (ऐतिहासिक, भूगोल ) साथ में करंट अफेयर्स जैसे सवालों का समावेश होता है।
    • पेपर 2 में क्वांटिटेटिव एप्टिट्यूड के आधार पर सवाल आते हैं। पेपर में पास होने के लिए कम से कम 33% अंक होने जरूरी है इसका क्वालीफाई टाइप का नेचर होता है। यह परीक्षा पास करने के उपरांत ही हम मुख्य परीक्षा में भाग ले सकते हैं।
  • मेन परीक्षा – यह परीक्षा मुख्य परीक्षा है। आरंभिक परीक्षा में पास होने के बाद मेन परीक्षा में भाग ले सकते हैं। इसके अंदर चार जी एस पेपर होते हैं- इसमें एक पेपर ऑप्शनल का होता है, इसके अंदर दो पेपर होते है और दूसरा पेपर निबंध का होता है। तीसरा पेपर इंग्लिश (अंग्रेजी )और क्षेत्रीय भाषा का पेपर होते हैं। पारंपरिक परीक्षा की तरह मेन पेपर भी क्वालीफाइंग पेपर होता है। यह परीक्षा पास करने के बाद ही उम्मीदवार को इंटरव्यू में जाने का मौका मिल सकता है। हर एक पेपर डिस्ट्रिक्ट टाइप का होता है जिसके 250 अंक होते हैं।
  • इंटरव्यू  (साक्षात्कार) – मेरिट लिस्ट मुख्य परीक्षा के 7 पेपर और इंटरव्यू के दोनों अंकों को मिलाकर तैयार की जाती है। इंटरव्यू 275 अंकों का होता है। कुल मिलाकर 2025 अंक का पेपर होता है। 

यूपीएससी के एग्जाम के लिए करेंट अफेयर्स और जनरल अवेयरनेस का ज्ञान होना बहुत जरूरी है। 30 से 40 सवाल कम से कम करेंट अफेयर्स और जनरल नॉलेज के एक पेपर में आते हैं। इन सवालों की तैयारी के लिए हमें रोज़ाना समाचार और मैगज़ीन पढ़ना आवश्यक है।

आईएएस पाठ्यक्रम को कवर करने के लिए सर्वश्रेष्ठ पुस्तकें:

नीचे यूपीएससी परीक्षा पाठ्यक्रम के सामान्य अध्ययन अनुभाग को कवर करने के लिए कुछ पुस्तकों की सूची दी गई है जो आप की नींव को मजबूत करेगी।

  • इतिहास: भारत का स्वतंत्रता संघर्ष – बिपन चंद्र, भारतीय कला और संस्कृति- नितिन सिंघानिया , आधुनिक भारत का इतिहास स्पेक्ट्रम (हिंदी)- राजीव अहिर , भारत का राष्ट्रीय आंदोलन- बिपन चंद्र , NCERT कक्षा 11 और कक्षा 12
  • भूगोल: भारत और विश्व का भूगोल – माजिद हुसैन , NCERT कक्षा 11 और कक्षा 12, Goh Cheng Leong (अंग्रेजी माध्यम पुस्तक), ओरिएंट ब्लैकस्वान (विश्व एटलस का लघु संस्कार)
  • भारतीय राजव्यवस्था: भारत की राज्यव्यस्था- एम लक्ष्मीकांत ,भारत का संविधान: एक परिचय – डीडी बसु ,
  • अर्थशास्त्र: भारतीय अर्थव्यवस्था-रमेश सिंह , भारत में आर्थिक विकास और नीतियां – जैन और ओहरी, NCERTs , बजट और आर्थिक सर्वेक्षण।
  • पर्यावरण: जीव विज्ञान एनसीईआरटी (कक्षा -12) के अंतिम चार अध्याय , पर्यावरण और परिस्थितिकी: माजिद हुसैन।
  • विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी: विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी का विकास – शीलवंत सिंह (TMH)
  • मासिक समसामयिकी पत्रिका
Credit by byju's

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