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How to Choose a Career. |
बिना सोचे-समझे करियर चयन करना एक बड़ा और महत्वपूर्ण निर्णय हो सकता है जो आपके जीवन को प्रभावित कर सकता है। सही करियर चयन के बिना, आपके पास समय, पैसे और संसाधनों की बर्बादी का खतरा हो सकता है।
यहाँ कुछ करियर सलाह दी जा रही है जो आपको सहायता प्रदान कर सकती है:
Step-1, अपनी रुचियों का पता करें(Interests):
पहला कदम होना चाहिए कि आपको क्या पसंद है और आपकी क्या रुचियां हैं। आपके आदर्श, कौशल और दिशा तय करने में यह मदद करेगा। यहाँ कुछ प्रकार की रुचियाँ हैं जिनके बारे में आपको विचार करने के लिए मदद मिल सकती है:
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Interests |
कला और संगीत:
क्या आपको कला और संगीत में रुचि है? आप वाद्ययंत्र, गायन, पainting, या किसी अन्य कला रूप में अपने कौशल प्रदर्शित कर सकते हैं।
पढ़ाई और शिक्षा:
क्या आपकी रुचि शिक्षा में है? किताबें पढ़ना, शैक्षिक गतिविधियों में भाग लेना या नई जानकारी प्राप्त करना आपकी रुचि के रूपों में से एक हो सकता है।
खेल और शारीरिक गतिविधियाँ:
क्या आपको खेलने और शारीरिक गतिविधियों में रुचि है? क्रिकेट, फुटबॉल, योग, डांस आदि कुछ विकल्प हो सकते हैं।
क्राफ्टिंग और हस्तकला:
आपको हाथों से कुछ बनाने में रुचि हो सकती है, जैसे कि आपको क्राफ्टिंग, नीडलवर्क, कढ़ाई आदि पसंद हो सकती है।
गेमिंग और टेक्नोलॉजी:
क्या आपको वीडियो गेम्स खेलने, नवाचारिक टेक्नोलॉजी का अध्ययन करने, या कंप्यूटर प्रोग्रामिंग करने में रुचि है?
समाज सेवा और सहायता:
क्या आप समाज सेवा में रुचि रखते हैं? दानशीलता, एक सहायता समूह में शामिल होना, या अन्य तरीकों से लोगों की मदद करना आपकी रुचि हो सकती है।
यात्रा और खोज:
क्या आपको यात्रा करने और नई जगहों की खोज करने में आनंद आता है?
रसोईघर और खाना पकाना:
क्या आपको खाना पकाने में रुचि है? नए व्यंजन बनाना, पारंपरिक व्यंजनों को बनाना या खाने की विशेष विधियों का पालन करना आपकी रुचि हो सकती है।
प्राकृतिक सौंदर्य और वातावरण:
क्या आप प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेते हैं? वन्यजीव, गार्डनिंग, या फिर वातावरण संरक्षण के प्रति आपकी रुचि हो सकती है।
Step-2, अध्ययन और अनुसंधान (Study and Research):
जिन क्षेत्रों में आपकी रुचि है, वहाँ की मांग और आवश्यकताएँ समझने के लिए समय दें। अध्ययन और अनुसंधान दो महत्वपूर्ण गतिविधियाँ हैं जो ज्ञान और विज्ञान की विकास प्रक्रियाओं को समर्थन करती हैं। ये दोनों क्रियाएं नए ज्ञान की निर्माण, मूलभूत सिद्धांतों की खोज, और विभिन्न क्षेत्रों में नवाचार की संभावनाओं को खोजने में मदद करती हैं।
अध्ययन (Study):
अध्ययन एक व्यक्ति या समूह के द्वारा जानकारी, ज्ञान, और अनुभव को पढ़ने, समझने, और सीखने की प्रक्रिया है। यह एक शिक्षा प्रक्रिया का हिस्सा है जिसमें पुस्तकें, लेख, अनुसंधान प्रतिवेदन, आदि की विशेषता के आधार पर जानकारी को स्वीकार किया जाता है। अध्ययन व्यक्ति को विभिन्न विषयों में ज्ञान प्राप्त करने में मदद करता है और उसकी सोचने की क्षमता को विकसित करता है।
अनुसंधान (Research):
अनुसंधान विज्ञान, प्रौद्योगिकी, सामाजिक विज्ञान, चिकित्सा, और अन्य क्षेत्रों में नए ज्ञान को खोजने की प्रक्रिया है। इसमें मूलभूत सिद्धांतों की पुनरावलोकन, विशिष्ट प्रश्नों का अन्वेषण, और तत्वों के प्रयोग से नए ज्ञान की निर्माण की जाती है। अनुसंधान विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है, जैसे कि प्रयोगशाला प्रयोग, सर्वेक्षण, अन्वेषण, आदि। इन दो क्रियाओं का मुख्य उद्देश्य नए ज्ञान को खोजना, समझना और प्रयोग करके मानव समाज को और विकसित और सुधारित बनाना होता है। यह समाज में वैज्ञानिक, तकनीकी, सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में मदद करता है।
Step-3, स्व-मूल्यांकन (Self-Assessment):
आपकी कौशल, दक्षता और दिशा को मूल्यांकन करें। आपकी सामर्थ्यों और कमजोरियों को समझकर आपको उचित करियर चयन करने में मदद मिलेगी।
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Self Assessment |
Step-4, संभावित क्षेत्रों का अनुसंधान (Research of potential areas):
अपनी रुचियों के आधार पर संभावित क्षेत्रों का अध्ययन करें, उनके बारे में जानकारी जुटाएं और उनके बारे में अधिक समझें।
Step-5, करियर के विकल्प (Career Options):
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Career Options |
पेशेवर स्थापित क्षेत्र:
आप उस क्षेत्र में जा सकते हैं जिसमें आपके पढ़ाई और योग्यता का संबंध होता है। यह आपको स्थायित नौकरी और विकसित करने की संभावना प्रदान कर सकता है।
उद्यमिता:
आप अपना खुद का व्यापार शुरू कर सकते हैं। यह आपको स्वतंत्रता और नौकरी के अवसर में नए दिशानिर्देश प्रदान कर सकता है।
संबाधित क्षेत्र:
आप किसी भी समाज सेवा, गैर-लाभकारी संगठन, या एनजीओ में काम करके समाज में सकारात्मक परिवर्तन करने का माध्यम ढूंढ सकते हैं।
शिक्षा:
आप शिक्षा के क्षेत्र में अपनी शिक्षा और ज्ञान का उपयोग करके शिक्षक बन सकते हैं।
कला और मनोरंजन:
आपकी कला, संगीत, नृत्य, अभिनय, फिल्म या रंगमंच में रुचि हो सकती है।
तकनीकी क्षेत्र:
यदि आपका रुचि तकनीकी मुद्दों में है, तो आप इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस, विज्ञान, आदि में काम कर सकते हैं।
आईटी और वेब विकास:
आजकल आईटी क्षेत्र में भी बहुत सारे अवसर हैं, जैसे कि वेब डेवलपमेंट, सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट, डेटा साइंस, मोबाइल एप्लिकेशन डेवलपमेंट, आदि।
रोगी देखभाल:
आप चिकित्सा क्षेत्र में जाकर डॉक्टर, नर्स, या अन्य स्वास्थ्य सेवा पेशेवर बन सकते हैं।
वित्तीय सेक्टर:
आप बैंकिंग, वित्तीय प्लानिंग, निवेश, या अन्य वित्तीय सेवाओं में रुचि रख सकते हैं।
विदेश में काम:
आपके पास विदेश में काम करने का विकल्प भी हो सकता है, जो आपको नए सांस्कृतिक और पेशेवर अनुभव प्रदान कर सकता है।
Step-6, शिक्षा और प्रशिक्षण (Education and Training):
शिक्षा और प्रशिक्षण मानव समाज में ज्ञान, कौशल, और विकास की प्रक्रियाओं को समर्थन देने वाले महत्वपूर्ण तत्व हैं। ये दोनों ही क्षेत्र समाज के सभी पहलुओं, व्यक्तिगत और पेशेवर विकास में मदद करते हैं।
शिक्षा:
शिक्षा व्यक्तिगत और सामाजिक विकास की प्रक्रिया है जिसमें ज्ञान, विचारशीलता, कौशल और संस्कृति की शृंगारणा होती है। शिक्षा व्यक्ति को न सिर्फ अकेले व्यक्तिगत विकास की स्थिति में लाती है, बल्कि उसे समाज में सहयोगी, जागरूक और उत्कृष्ट नागरिक के रूप में भी सामर्थ्य प्रदान करती है। शिक्षा संवाद, प्रेरणा, और अनुसंधान के माध्यम से सहायक होती है।
प्रशिक्षण:
प्रशिक्षण एक प्रक्रिया है जिसमें व्यक्ति किसी विशिष्ट कौशल या क्षेत्र में माहिर बनने के लिए शिक्षा प्राप्त करता है। प्रशिक्षण आमतौर पर किसी व्यवसायिक क्षेत्र, व्यावसायिक कौशल, और तकनीकी योग्यता प्राप्त करने के लिए किया जाता है। यह व्यक्तिगत और पेशेवर विकास के लिए महत्वपूर्ण है और आधुनिक समय में उच्चतम दर्जे की नौकरियों में प्रवेश के लिए आवश्यक हो सकता है।
Step-7, मेंटरिंग और नेटवर्किंग (Mentoring and Networking):
मेंटरिंग और नेटवर्किंग दोनों ही विभिन्न प्रक्रियाएँ हैं जो व्यक्तियों और व्यापारों के विकास में मदद करने के लिए की जाती हैं।
मेंटरिंग (Mentoring):
मेंटरिंग एक प्रक्रिया है जिसमें अनुभवी और ज्ञानवान व्यक्ति (मेंटर) नवाचारी या अनुभवहीन व्यक्ति (मेंटी) को उनके व्यक्तिगत और पेशेवर विकास में मदद करता है। मेंटर अपने अनुभव और ज्ञान का साझा करके मेंटी को सहायता प्रदान करता है, संवाद और सलाह के माध्यम से मार्गदर्शन करता है ताकि मेंटी अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में सफलता प्राप्त कर सके।
नेटवर्किंग (Networking):
नेटवर्किंग एक सामाजिक प्रक्रिया है जिसमें व्यक्तिगत और पेशेवर संबंध बनाने का प्रयास किया जाता है, ताकि व्यक्ति अन्य व्यक्तियों से सीख सके, सहयोग प्राप्त कर सके और विभिन्न कार्य संदर्भों में अवसर प्राप्त कर सके। यह व्यक्तिगत और पेशेवर विकास के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत हो सकता है, क्योंकि नेटवर्किंग से आप अपने क्षेत्र में अनुभवी व्यक्तियों से जुड़ सकते हैं जो आपके विकास में मार्गदर्शन कर सकते हैं और आपके लिए नौकरियों, व्यापारिक अवसरों और सहयोग के द्वारा खुद को सुधार सकते हैं।
Step-8, करियर लक्ष्य (Career Goals):
शिक्षा और सीखना:
मैं नई जानकारी और कौशल प्राप्त करने में लगातार रहना चाहता हूँ। टेक्नोलॉजी, विज्ञान, साहित्यिक रचनाएँ और कला आदि में मेरी ज्ञान वृद्धि होनी चाहिए।
उच्चतम स्तर की पेशेवर सफलता:
मेरा लक्ष्य है कि मैं अपने क्षेत्र में उच्च स्तर पर सफलता प्राप्त करूँ। मुझे अपने काम में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध रहना है।
सामाजिक उपयोगिता:
मैं अपनी पेशेवर क्षमताओं का उपयोग समाज की सेवा में करना चाहता हूँ। यह समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए काम करने का माध्यम हो सकता है।
आत्म-विकास और प्रगति:
मैं अपने आत्म-विकास पर भी ध्यान देना चाहता हूँ। योग्यता में सुधार कर, नए कौशल प्राप्त करके, और नए अनुभव प्राप्त करके अपनी प्रगति को बढ़ावा देना है।
वैशिष्ट्यकता और नवाचार:
मैं अपने काम में नए और उनीक दृष्टिकोण और नवाचार को अपनाने का प्रयास करना चाहता हूँ। मैं उन समस्याओं का समाधान ढूंढने में रुचि रखता हूँ जिन पर पहले किसी ने ध्यान नहीं दिया हो।
संतुष्टि और संतोष:
सफलता के साथ-साथ, मैं आत्म-संतोष भी महत्वपूर्ण मानता हूँ। मैं अपने काम में प्राप्त सफलता पर गर्वित रहने के साथ-साथ, प्रत्येक कदम पर खुद को संतुष्ट और खुश महसूस करना चाहता हूँ।
ये लक्ष्य मेरे करियर के माध्यम से मुझे सही दिशा में ले जाने में मदद करेंगे और मेरी उन्नति की प्रक्रिया को प्राथमिकता देंगे।
Step-9, स्वास्थ्य और संतुलन (Health and Balance):
करियर चयन के साथ ही स्वास्थ्य और व्यक्तिगत संतुलन को भी महत्व दें। स्वास्थ्य और संतुलन दोनों ही मानव जीवन के महत्वपूर्ण पहलु हैं। ये दोनों ही किसी व्यक्ति की खुशहाली और सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
स्वास्थ्य:
स्वास्थ्य व्यक्ति की शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्थिति का संकेत देता है। शारीरिक स्वास्थ्य का अर्थ होता है कि व्यक्ति के शरीर में सभी उपादान और प्रक्रियाएँ सही तरीके से काम कर रहे हैं और वह बीमारियों से मुक्त है। शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए सही आहार, नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद और स्वच्छता की जरूरत होती है।
मानसिक स्वास्थ्य:
मानसिक स्वास्थ्य का मतलब होता है कि व्यक्ति की मानसिक स्थिति स्थिर और सकारात्मक हो। यह मानसिक तनाव, चिंताएँ, डिप्रेशन आदि को समझने और प्रबंधन करने की क्षमता को दर्शाता है।
भावनात्मक स्वास्थ्य:
यह व्यक्ति की भावनाओं और आत्मा की स्थिति को संकेत करता है। यह उसकी सामाजिक संबंध, साहित्यिक रूचि, कला और सांस्कृतिक आवश्यकताओं को समझने में मदद करता है।
संतुलन:
संतुलन का मतलब होता है विभिन्न पहलुओं के बीच समरसता या समंजस्यता। स्वास्थ्य और संतुलन का मेल बनाने के लिए व्यक्ति को अपने शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक आवश्यकताओं के प्रति सावधान रहना चाहिए।
Step-10, सक्रिय रूप से सीखें(Learn Actively):
Learn Actively
अपने करियर के पथ में सीखने और विकसित होने का प्रयास सदैव जारी रखें। "सक्रिय रूप से शिक्षण की उत्सुकता" का मतलब होता है कि व्यक्ति विभिन्न प्रकार के शिक्षण और सीखने के तरीकों को सक्रिय रूप से अपनाता है और उसमें आग्रह रखता है। यह उसकी उत्सुकता और उत्साह को दर्शाता है जो नई ज्ञान और कौशल को प्राप्त करने में होता है।
सक्रिय रूप से शिक्षण का मतलब है कि आप सिखने के प्रक्रिया में प्रतिभागिता करते हैं, स्वयं को प्रेरित करते हैं, और सीखने के लिए विभिन्न संसाधनों का उपयोग करते हैं। यह शिक्षा को अधिक प्रभावी और स्थायी बनाता है क्योंकि यह आपकी स्वायत्तता, सोचने की क्षमता, समस्या समाधान की क्षमता, और सहयोगीता को विकसित करता है।
निष्कर्ष (Conclusions):
एक करियर का चयन करना एक महत्वपूर्ण निर्णय होता है जो आपके भविष्य को प्रभावित कर सकता है। यह एक धीरे-धीरे प्रक्रिया होनी चाहिए, जिसमें आपको अपनी पसंदों, नौकरी क्षमताओं, और लक्ष्यों को मध्यस्थ करने का समय देना होगा। आपके पास अपनी रुचियों और प्राथमिकताओं के आधार पर विभिन्न करियर विकल्पों की जांच करने का समय होना चाहिए।
अपने कौशल सेट को पहचानें और समझें कि आपके पास किन क्षेत्रों में मजबूती है। यदि आपको सहायता की आवश्यकता हो, तो शिक्षाप्रद सलाहकारों और पेशेवर साथियों से संपर्क करें।
अपने लक्ष्य स्पष्ट करें और यह समझें कि आपके पास क्या अवसर हैं। आपके पास अपने करियर के लिए योग्यताओं को विकसित करने का समय होना चाहिए, चाहे वो नौकरी में उन्नति करने के लिए हो या खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए।
आपके व्यक्तिगत और पेशेवर लक्ष्यों को मध्यस्थ करने के लिए उपयुक्त समय दें। यह मायने रखता है कि आप अपने करियर की ऊंचाइयों और मुद्दों को समझ सकें और उनका सामना करने के लिए तैयार रहें।
अंत में, एक करियर का चयन करते समय धैर्य रखें और जीवन के विभिन्न पहलुओं को मध्यस्थ करने का समय दें। यह आपके संघर्षों और सफलता के मार्ग को स्पष्ट रूप से दर्शाने में मदद करेगा। आपका चयन आपके व्यक्तिगत और पेशेवर खुशियों को मिलाने वाला एक महत्वपूर्ण कदम होगा, इसलिए इसमें विचारपूर्ण निर्णय लें।
People also ask in Hindi:❓
करियर चुनने में क्या जरूरी है?
अपनी रुचियाँ, पत्रिकाएँ, कौशल और प्रतिभाओं के विषय में; आपके लिए उपलब्ध जीवन, कार्य और सीखने की वैकल्पिक खोज; यह सुनिश्चित करना कि आपका कार्य व्यक्तिगत लैंडस्केप के सुपरमार्केट हो; आपके जीवन और काम की दुनिया में बदलावों को मदद करने में मदद करने के लिए आपके काम और शिक्षा की रूपरेखा लगातार बेहतर बनी रहेगी।
सबसे अच्छा करियर कौन सा है?
वर्तमान समय में सबसे अच्छा करियर सॉफ्टवेयर डेवलपर का है भारत में, एक फ्रेशर को औसतन 3.5 से 4 लाख प्रति वर्ष वेतन मिलता है। यदि आपके पास हाथों पर अनुभव है तो आप इस क्षेत्र में अच्छा पारिश्रमिक कमा सकते हैं।
मैं अपना करियर तय करने में सक्षम क्यों नहीं हूं?
कभी-कभी, लोग इस बारे में अनिश्चित हो सकते हैं कि किस प्रकार की नौकरियाँ हैं जो उनकी क्षमताओं या अद्वितीय प्रतिभाओं के अनुरूप होंगी। इस अनिश्चितता का अनुभव करने वाले लोगों के लिए, करियर खोज का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा एक व्यक्तित्व परीक्षण लेना होगा ताकि यह निर्धारित करने में मदद मिल सके कि कौन सा करियर उनकी विशेषताओं और गुणों के साथ संरेखित है।
करियर बनाने की उम्र कितनी है?
करियर बनाने की उम्र कितनी है? आमतौर पर करियर बनाने की उम्र 21 से 22 वर्ष होती है. क्योंकि तब तक अधिकतर का स्नातक (graduation) पूरा हो चुका होता है. उसके बाद आपको कहीं नौकरी मिल जाती है या फिर आप सरकारी नौकरी के लिए यूपीएससी, एसएससी, जैसे किसी परीक्षा की तैयारी करने लगते हैं।
10वीं पास करने के बाद क्या करें?
साइंस, कॉमर्स या आर्ट्स से 12वीं पॉलिटेक्निक कोर्स,आईटीआई कोर्स, पैरामेडिकल कोर्स, शॉर्टटर्म कोर्स, डिप्लोमा कोर्स,
करियर चुनते समय व्यक्ति को विचार करना चाहिए?
करियर का रास्ता चुनना कठिन हो सकता है। यह विचार करना महत्वपूर्ण है कि आप किस चीज के प्रति जुनूनी हैं, आप किसमें अच्छे हैं और आप अपने जीवन के साथ क्या करना चाहते हैं। एक बार जब आप अपने विकल्पों को सीमित कर लेते हैं, तो यह सुनिश्चित करने के लिए कुछ शोध करना आवश्यक है कि आप अपने भविष्य के लिए सबसे अच्छा विकल्प चुन रहे हैं।
ग्रेजुएशन के बाद कौन सी तैयारी करें?
ग्रेजुएशन के बाद टॉप करियर विकल्प चार्टेड अकाउंटेसी, मास्टर ऑफ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए), मोबाइल एप्लिकेशन डेवलपमेंट, बायोटेक्नोलॉजी एजुकेशन, फैशन डिज़ाइनिंग, मास कम्युनिकेशन, IAS, IPS.